अर्थ : हिन्दुओं के मतानुसार वह जाति जिसमें वर्णाश्रम धर्म न हो।
उदाहरण :
सत्यवती म्लेच्छ जाति की कन्या थी।
पर्यायवाची : मलिक्ष, मलिच्छ, म्लेच्छ, म्लेच्छ जाति
अर्थ : एक खनिज पदार्थ जो लगभग पीले रंग का होता है।
उदाहरण :
हरताल का उपयोग दवा के रूप में किया जाता है।
पर्यायवाची : अल, अलक, आल, कनकरस, गोदंत, गौदंती, गौदन्ती, तालक, धातुविष, नटभूषण, नटमंडन, नटमंडल, नटमण्डन, नटमण्डल, नटसंज्ञक, पिंगल, पिंजरक, पिङ्गल, पिञ्जरक, बिड़ालिका, वर्णक, श्रीप्रिय, स्वर्णाभ, हरतार, हरताल
अर्थ : वह व्यापारिक संस्थान जहाँ विभिन्न प्रकार की दुकानें हो और विशेषकर पार्किंग और जलपान गृह भी हो।
उदाहरण :
कुछ सामान खरीदने के लिए हमलोग शॉपिंग माल गए थे।
पर्यायवाची : क्रय केंद्र, क्रय केन्द्र, क्रय-केंद्र, क्रय-केन्द्र, प्लाज़ा, प्लाजा, मॉल, शापिंग सेंटर, शापिंग सेन्टर, शॉपिंग मॉल, शॉपिंग सेंटर, शॉपिंग सेन्टर
अर्थ : एक प्राचीन देश।
उदाहरण :
माल का वर्णन प्राचीन ग्रंथों में मिलता है।
अर्थ : वह रस्सी या डोरी जो चरखे में बेलन पर से होकर जाती है और तकुए को घुमाती है।
उदाहरण :
इस चरखे की माल घिस गई है।
अर्थ : किसी पदार्थ का वह मूल भाग या तत्त्व जो उपयोगी तथा मूल्यवान होता है।
उदाहरण :
इस अँगूठी का माल शुद्ध है।
अर्थ : धन-दौलत और जायदाद आदि जो किसी के अधिकार में हो और जो ख़रीदी और बेची जा सकती हो।
उदाहरण :
उसने कड़ी मेहनत करके अत्यधिक संपत्ति अर्जित की।
पर्यायवाची : अमलाक, आस्ति, ईशा, ईसर, ऐश्वर्य, ऐसेट, जमीन जायदाद, जमीन-जायदाद, ज़मीन जायदाद, ज़मीन-जायदाद, जायदाद, जोग, दौलत, धन-संपत्ति, धन-सम्पत्ति, पण, परिसंपद, प्रॉपर्टी, मालमता, योग, राध, संपत्ति, संपदा, संभार, सम्पत्ति, सम्पदा, सम्भार
अर्थ : वह काम जो किसी को धोखे में डाल कर कोई स्वार्थ साधने के लिए किया जाए।
उदाहरण :
उसने छल से पूरी जायदाद अपने नाम करा ली।
वह अपने छल में कामयाब नहीं हुआ।
पर्यायवाची : अनभोरी, अनुपधा, अभिसंधान, अभिसन्धान, उपधा, कपट, काट, कारस्तानी, कारिस्तानी, कुमैड़, कूटता, कैतव, चार सौ बीसी, चालबाज़ी, चालबाजी, चालाकी, छल, छल-कपट, छल-छंद, छलावा, जालसाजी, जोग, झपकी, झाँई, झाँई-झप्पा, ठगी, दुराव, धंधला, धूर्तता, धोखा, धोखाधड़ी, धोखेबाज़ी, धोखेबाजी, पटेबाज़ी, पटेबाजी, परपंच, परपञ्च, प्रतारणा, प्रपंच, प्रपञ्च, फरेब, फर्जीवाड़ा, फेर-फार, फेर-बदल, फेरफार, फ्राड, फ्रॉड, बकमौन, बकमौनता, मक्कारी, योग, वंचकता, वंचना, व्याज, शठता
अर्थ : ऐसी परम्परा जिसमें एक ही प्रकार की वस्तुएँ, व्यक्ति या जीव एक दूसरे के बाद एक सीध में हों।
उदाहरण :
राशन की दुकान पर लोगों की पंक्ति लगी हुई थी।
लोग पंगत में बैठकर खा रहे हैं।
पर्यायवाची : अली, अवली, आलि, आवलि, आवली, कतार, क़तार, ताँता, ताँती, तांता, तांती, पंक्ति, पंगत, पंगती, पांत, पालि, माला, मालिका, लाइन, शृंखला, श्रेणी, सतर, सिलसिला
अर्थ : हिन्दुओं के एक प्रमुख देवता जो सृष्टि का पालन करने वाले माने जाते हैं।
उदाहरण :
राम और कृष्ण विष्णु के ही अवतार हैं।
पर्यायवाची : अंबरीष, अक्षर, अच्युत, अनीश, अन्नाद, अब्धिशय, अब्धिशयन, अमरप्रभु, अमृतवपु, अम्बरीष, अरविंद नयन, अरविन्द नयन, अरुण-ज्योति, अरुणज्योति, असुरारि, इंदिरा रमण, कमलनयन, कमलनाभ, कमलनाभि, कमलापति, कमलेश, कमलेश्वर, कुंडली, कुण्डली, केशव, कैटभारि, खगासन, खरारि, खरारी, गजाधर, गरुड़गामी, गरुड़ध्वज, चक्रधर, चक्रपाणि, चक्रेश्वर, चिरंजीव, जगदीश, जगदीश्वर, जगद्योनि, जगन्, जनार्दन, जनेश्वर, डाकोर, त्रिलोकीनाथ, त्रिलोकेश, त्रिविक्रम, दम, दामोदर, देवाधिदेव, देवेश्वर, धंवी, धन्वी, धातृ, धाम, नारायण, पद्म-नाभ, पद्मनाभ, पुंडरीकाक्ष, फणितल्पग, बाणारि, बैकुंठनाथ, मधुसूदन, महाक्ष, महागर्भ, महानारायण, महाभाग, महेंद्र, महेन्द्र, माधव, रत्ननाभ, रमाकांत, रमाकान्त, रमाधव, रमानाथ, रमानिवास, रमापति, रमारमण, रमेश, लक्ष्मीकांत, लक्ष्मीकान्त, लक्ष्मीपति, वंश, वर्द्धमान, वर्धमान, वसुधाधर, वारुणीश, वासु, विधु, विभु, विश्वंभर, विश्वकाय, विश्वगर्भ, विश्वधर, विश्वनाभ, विश्वप्रबोध, विश्वबाहु, विश्वम्भर, विष्णु, वीरबाहु, वैकुंठनाथ, व्यंकटेश्वर, शतानंद, शतानन्द, शारंगपाणि, शारंगपानि, शिखंडी, शिखण्डी, शुद्धोदनि, शून्य, शेषशायी, श्रीकांत, श्रीकान्त, श्रीनाथ, श्रीनिवास, श्रीपति, श्रीरमण, श्रीश, सत्य-नारायण, सत्यनारायण, सर्व, सर्वेश्वर, सहस्रचरण, सहस्रचित्त, सहस्रजित्, सारंगपाणि, सुप्रसाद, सुरेश, स्वर्णबिंदु, स्वर्णबिन्दु, हरि, हिरण्यकेश, हिरण्यगर्भ, हृषिकेश, हृषीकेश
अर्थ : एक स्थान पर उपस्थित एक से अधिक मनुष्य, पशु आदि जो एक इकाई के रूप में माने जाएँ।
उदाहरण :
खेतों को पशुओं का समुदाय तहस-नहस कर रहा है।
पर्यायवाची : अवली, खेढ़ा, गण, गुट, गुट्ट, ग्रुप, घटा, जंतु समूह, जन्तु समूह, जात, झँडूला, झुंड, झुण्ड, दल, निकर, निकुरंब, निकुरम्ब, पलटन, पल्टन, फ़ौज, फौज, बेड़ा, यूथ, वृंद, वृन्द, संकुल, संघात, संभार, सङ्कुल, सङ्घात, समुदाय, समूह, सम्भार, स्कंध, स्कन्ध
अर्थ : सोना-चाँदी, ज़मीन-जायदाद आदि संम्पत्ति जिसकी गिनती पैसे के रूप में होती है।
उदाहरण :
धन-दौलत का उपयोग अच्छे कार्यों में ही करना चाहिए।
पर्यायवाची : अरथ, अर्थ, अर्बदर्ब, इकबाल, इक़बाल, इशरत, कंचन, जमा, ज़र, दत्र, दौलत, द्रव्य, धन, धन-दौलत, नियामत, नेमत, पैसा, रुपया-पैसा, लक्ष्मी, वित्त, विभव, वैभव, शुक्र, शेव
अर्थ : देखने में अच्छा और स्वादिष्ट भोजन।
उदाहरण :
ससुराल में बहुत माल उड़ा रहे हो।