अर्थ : सर्वप्रधान मानी जाने वाली वह ऋतु जो माघ के दूसरे पक्ष से प्रारम्भ होकर चैत के प्रथम पक्ष तक की मानी गई है।
उदाहरण :
वसंत के आगमन पर प्रकृति खिल उठी है।
वसंत को कवियों ने ऋतुराज की संज्ञा दी है।
पर्यायवाची : इष्य, ईष्म, ऋतुराज, कामसखा, कुसुमाकर, पिकप्रिय, पिकानंद, पिकानन्द, पुष्पसमय, बलांगक, बसंत, बसंत ऋतु, बहार, माधव, वसंत, वसंत ऋतु, वसन्त, शिशिरान्त