अर्थ : सर्वप्रधान मानी जाने वाली वह ऋतु जो माघ के दूसरे पक्ष से प्रारम्भ होकर चैत के प्रथम पक्ष तक की मानी गई है।
उदाहरण :
वसंत के आगमन पर प्रकृति खिल उठी है।
वसंत को कवियों ने ऋतुराज की संज्ञा दी है।
पर्यायवाची : इष्य, ईष्म, ऋतुराज, कामसखा, पिकप्रिय, पिकानंद, पिकानन्द, पुष्पसमय, बलांगक, बसंत, बसंत ऋतु, बहार, माधव, वसंत, वसंत ऋतु, वसन्त, शिशिरांत, शिशिरान्त
अर्थ : फूलों का बगीचा।
उदाहरण :
यह फुलवारी विभिन्न प्रकार के फूलों से भरा हुआ है।
पर्यायवाची : आराइश, कुसुमालय, कुसुमोद्यान, गुलज़ार, गुलजार, गुलशन, गुलिस्ताँ, चमन, पुष्प उपवन, पुष्प बाग, पुष्प वाटिका, पुष्पवाटिका, फुलबाड़ी, फुलवाड़ी, फुलवारी
अर्थ : छप्पय छंद का एक भेद।
उदाहरण :
कुसुमाकर में एक सौ बयालीस वर्ण और एक सौ अड़तालीस मात्राएँ होती हैं।