अर्थ : सुख देनेवाला आसन या वह आसन जिसपर सुखपूर्वक या आराम से बैठा जा सके।
उदाहरण :
यह बिछा हुआ कंबल ही महात्माजी के लिए सुखासन है।
अर्थ : बैठने का एक ढंग जिसमें दाहिने पैर का पंजा बाँये तथा बाँये पैर का पंजा दाहिने पट्ठे के नीचे दबाकर बैठते हैं।
उदाहरण :
वह पलथी मार कर बैठा हुआ है।
पर्यायवाची : आलथी पालथी, आलथी-पालथी, चौकड़ी, पलथी, पलौथी, पालथी, फसकड़ा, स्वस्तिकासन