अर्थ : गरम दूध में मठा डालने पर उसमें आने वाला आरंभिक बदलाव।
उदाहरण :
सर्जक के बाद उसने मठा डालना रोक दिया।
अर्थ : एक बड़ा वृक्ष जिसकी लकड़ी बहुत मजबूत होती है।
उदाहरण :
साल की लकड़ी का उपयोग साज-सज्जा की वस्तुएँ बनाने में होता है।
पर्यायवाची : अजकर्ण, अर्ण, कुशिक, जरणद्रुम, दिव्यसार, रक्तकंगु, रक्तकङ्गु, रसनिर्यास, राल, लताशंख, वस्तकर्ण, शंकुतरु, शंकुवृक्ष, शक्रदारु, शाल, शालवृक्ष, शालसार, सखुआ, साकोह, साखू, साल, सालवृक्ष, सिंधुसर्ज, सिन्धुसर्ज, सेखुआ