अर्थ : इस्लाम में, विशेषतः सूफी संप्रदाय में, साधना के चार सोपानों में से तीसरा सोपान जिसमें साधक अपने गुरु या पीर के उपदेश और शिक्षा से ज्ञानी हो जाता है।
उदाहरण :
इस्लाम में शरीअत, तरीकत, मारिफ़त और हक़ीकत - ये आध्यात्मिक उन्नति के चार सोपान हैं।
पर्यायवाची : मारफत, मारफ़त, मारिफत, मारिफ़त, मार्फ़त